स्वच्छ भारत अभियान Swachh Bharat Mission की शुरुआत वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा की गई थी जिसका मुख्य उद्देश्य गलियों,सड़को और समाज को साफ़ सुथरा रखना तथा सफाई के प्रति जागरूकता फैलाना है ताकि गंदगी से होने वाली आधी बीमारियाँ को भी खत्म किया जा सके।
आज हम आपको इस लेख मे देश की स्वच्छता को लेकर शुरू की गई योजना के बारे मे सम्पूर्ण जानकारी देने वाले है कि किस प्रकार से देसवासियों को इस योजना का लाभ मिलेगा। इस लेख मे हम आपको बताने वाले है कि स्वच्छ भारत अभियान क्या है। अगर आप इसके बारे मे पूरी जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो लेख को अंत तक जरूर पढे।
Swachh Bharat Mission 2025
स्वच्छ भारत अभियान Swachh Bharat Mission की शुरुआत राष्टपिता महात्मा गाँधी के जन्म दिवस वाले दिन 2 अक्टूबर 2014 को की गई थी महात्मा गाँधी का हमारे देश की आजादी में बहुत बड़ा योगदान रहा है जिसके चलते उन्होंने देश को अंग्रेजों की गुलामी से मुक्त कराया था। गाँधी जी हमेशा स्वच्छता पर जोर देते थे। वो कहते थे स्वच्छता मे ही ईश्वर का निवास होता है।
देश को आजादी दिलाने की वजह से उनका स्वच्छ भारत का सपना अधूरा रह गया था। गाँधी जी देश के लोगो को देश में स्वच्छता बनाये रखने के लिए शिक्षा भी दिया करते थे।
ताकि हम एक स्वच्छ राष्ट का निर्माण कर सके और दूसरे देशो के लिए एक उदाहरण बन सके।
स्वच्छ भारत अभियान का विवरण
योजना का नाम | स्वच्छ भारत अभियान |
योजना की शुरुआत किसने किया | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा |
ऑफिशयल वेबसाइट | यंहा पर क्लिक करे | |
योजना कौन से वर्ष शुरू की गई | 2014 |
अभियान का स्लोगन | एक कदम स्वच्छता की ओर |
स्वच्छ भारत अभियान का परिचय
स्वच्छ भारत अभियान Swachh Bharat Mission देश को पूर्ण रूप से स्वच्छ बनाने का एक मिशन है इस मिशन को सफल बनाने के लिए सरकार ने गाँधी जी की 150 वी वर्षगांठ, तक देश के ग्रामीण क्षेत्रों में 1.96 लाख करोड़ रूपये की लागत से 1. 2 करोड़ नए शौचालय का निर्माण करना है, ताकि देश को खुले में शौच से मुक्त बनाया जा सके। सरकार ने यह लक्ष्य 2 अक्टूबर 2019 तक रखा है।
इस मिशन को सफल बनाने के लिए देश की कुछ बड़ी कंपनिया भी साथ आई है ये कंपनियां मिलकर देश में मई 2015 तक 3195 नए शौचालय का निर्माण करेगी इन कम्पनियो में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज महेंद्रा ग्रुप और रोटरी इंटरनेशनल सहित 14 कम्पनियाँ इस मिशन में हिस्सा लेंगी।
देश के अंदर हजारों लोग मानव मल साफ़ करने का कार्य करते है, तो आप समझ सकते है की देश के अंदर अभी कितने शौचालयों की जरूरत है ताकि देश को स्वच्छ बना सके।
इस अभियान की शुरुआत क्यों की गई ?
आजादी के सात दशक बाद भी हमारे देश के हर घरों मे शौचालय नहीं है, आपको इस बात को बताते हुए बड़ा दुख होता है कि देश के अंदर अभी भी लोगो को खुले में शौच की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। भारत की सबसे बड़ी आबादी अभी भी गावों में निवास करती है।
एक रिपोर्ट के अनुसार देश की 72 प्रतिशत से ज्यादा जनसंख्या अभी सड़को के किनारे, खेतो में, झाड़ियों के पीछे , शौच करने के लिए मजबूर है। जिसकी वजह से देश में बच्चों के असमय मौत लोगो में संक्रमण, और नई नई बीमारियों का जन्म लेना और शौच के लिए सुनसान जगह पर गई लड़कियों का बलात्कार जैसी घटनायें बढ़ती जा रही है।
2011 की जनगणना के अनुसार देश की आबादी 121 करोड़ है जिसमे 55 प्रतिशत लोगो के पास शौचालय नहीं है। अधिकतर गावों और शहरों में झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले लोगो के पास भी न तो शोचालय है और न ही पानी की सुविधा है, जिसके चलते शहरों में भी गंदगी बढ़ती जा रही है। इस प्रकार की समस्या को दूर करने के लिए इस समय देश के अंदर बड़े स्तर पर शौचालयों का निर्माण कराने की आवश्यकता है।
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भारत में सबसे साफ शहरों की सूची
भारत सरकार के द्वारा देश के कुछ प्रमुख शहरों की 15 फरवरी 2016 को सफाई रैंकिंग की सूची जारी की थी। 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों की जांच के लिए सर्वेक्षण किया गया था कि ये शहर कितने स्वच्छ या गंदे थे।
Badhte Chalo Swachhata ki Nayi Manzilon ki Ore!
— Swachh Bharat Urban (@SwachhBharatGov) August 4, 2021
Over 66 lakh Individual Household & over 6 lakh Community and Public toilets have been constructed! Paving the way towards a #SwachhIndia. pic.twitter.com/aUuEYQ3dsA
- इंदौर (लगातार तीन बार सबसे स्वच्छ शहर
- भोपाल
- चंडीगढ़
- नई दिल्ली
- विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश)
- सूरत (गुजरात)
- राजकोट (गुजरात)
- गंगटोक (सिक्किम)
- पिंपरी चिंचवड (महाराष्ट्र)
- ग्रेटर मुंबई (महाराष्ट्र)
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स्वच्छ भारत अभियान के ब्रांड एम्बेस्डर
स्वच्छ भारत अभियान Swachh Bharat Abhiyan में सहयोग देने के लिए बड़ी-बड़ी हस्तियों ने हिस्सा लिया। इस अभियान के प्रचार प्रसार की ज़िम्मेदारी ग्यारह लोगों को दी गई थी , जो कि निम्न हैं:–
- सचिन तेंदुलकर
- बाबा रामदेव
- सलमान खान
- अनिल अंबानी
- प्रियंका चोपड़ा
- शशि थरुर
- मृदुला सिन्हा
- कमल हसन
- विराट कोहली
- महेन्द्र सिंह धोनी
- ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ सीरियल की पूरी टीम
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Badhte Chalo Swachhata ki Nayi Manzilon ki Ore!
— Swachh Bharat Urban (@SwachhBharatGov) August 2, 2021
The Swachhata App now has 1.8 crore users & 2.17 crore complaints have been successfully resolved! Paving the way towards a #SwachhIndia. pic.twitter.com/oIhhPCeqdE
स्वच्छ भारत अभियान के मुख्य उद्देश्य क्या है ?
- देश के अंदर रहने वाले सभी लोगो का खुले में शौच बंद करवाना जिसके कारण नई नई बीमारियों की वजह से हर साल हजारों बच्चों की मौत हो जाती है।
- देश को खुले में शौच मुक्त बनाने के लिए लगभग 1. 2 सामूहिक शौचालयों का निर्माण करवाना जिसमे 1 लाख 96 हजार करोड रुपए खर्च होंगे।
- देश के अंदर उचित स्वच्छता का उपयोग करके लोगों की मानसिकता को बदलना है
- देश में ज्यादा से ज्यादा लोगो को शौचालय उपयोग का बढ़ावा देना और सार्वजनिक जागरूकता को शुरू करना।
- देश में ग्रामीण क्षेत्रों को साफ रखना। ताकि वहां पर नई नई बीमारियाँri उत्पन्न न हो
- पूरे देश के अंदर 2019 तक सभी घरों में पानी की सुविधा उपलब्ध करना ग्रामीण क्षेत्रों में जहां पर पानी नहीं है वहां पर पाइपलाइन के माध्यम से पानी उपलब्ध कराना ताकि देश के अंदर स्वछता बनी रहे !
- देश के अंदर सभी सड़के, फुटपाथ ओर बस्तियां साफ रखना।
- देश के अंदर लोगो के बीच साफ सफाई के जरिए सभी में स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा करना।
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देश में स्वच्छ भारत अभियान की आवश्यकता क्यों है ?
किसी भी मिशन की शुरुआत करते समय लोगो का लक्ष्य एकदम साफ़ होना चाहिए। लोगो में भौतिक, मानसिक, सामाजिक और बौद्धिक कल्याण के लिये इसका एहसास होना बेहद जरूरी है तभी किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। देश की सामाजिक और आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने के लिए प्रत्येक क्षेत्र में स्वछता अभियान की जरूरत है ,जरूरी नहीं गंदगी सिर्फ सड़को पर हो दिमाग में भी हो सकती है।
- देश के अंदर ऐसी कोई भी जगह नहीं है , जहां पर गंदगी न फैली हुई हो। देश के प्रत्येक शहर, प्रत्येक गांव, प्रत्येक मोहल्ला, गंदगी से भरे पड़े है।
- देश के ग्रामीण क्षेत्रो में शौचालय नहीं होने के कारण लोग आज भी खुले में शौच करने पर मजबूर है। जिसकी वजह से जगह जगह गंदगी बढ़ती जा रही है | और यही गंदगी नई बीमारियों को जन्म देती है।
- देश में शहरों गावों के सभी नदी-नाले भी कूड़े कचरे से भरे रहते है ! जैसे की इनमे पानी की जगह कूड़ा ही बहता हो !
- देश में बढ़ती हुई गंदगी को देखकर विदेश से आने वाले टूरिस्ट लोगो ने भी आना कम कर दिया है | जिसका असर देश की आर्थिक स्थिति पर भी पड़ा है।
- देश में जगह जगह पर गंदगी बढ़ने की वजह से मनुष्यों के अलावा जीव जन्तुओ को भी काफी नुकसान हुआ है ! जिसकी वजह से जीव जन्तुओ की संख्या में काफी कमी आई है।
- ये बात देश के सभी लोगो के लिए बेहद जरूरी है कि देश के सभी लोग अपने घरो में शोचालय का निर्माण करे ताकि खुले में शौच करने की नीति खत्म हो सके।
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स्वच्छ भारत अभियान की चुनौती
- केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार भारत के शहरी क्षेत्रों में प्रत्येक वर्ष 47 मिलियन टन ठोस कचरा बनता है। इसके अलावा यह भी बताया गया है, कि 75 प्रतिशत से ज्यादा सीवेज का निपटारा नहीं पता है और ठोस कचरे की रिसाइकलिंग भी एक बड़ी समस्या है। हम सबको भविष्य में बड़ी समस्या से बचने के लिए इन मुद्दों का निपटारा करने के लिए आज ही बड़ा कदम उठाना आवश्यक है।
- देश में एक अन्य बड़ी चुनौती लोगों की सोच बदलना है। हमारे देश के लोग सड़क पर कचरा न फेंकना कब तक सीखेंगे? या लोग खुद को और अपने इलाके को साफ रखना कब सीखेंगे।
- देश ग्रामीण क्षेत्रों में साफ-सफाई की कमी एक बड़ी चुनौती है। स्वच्छता के कमी की समस्या इतनी गंभीर है, कि सन 2019 तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का लक्ष्य पूरा हो पाएगा या नहीं इसका आश्चर्य होता है।
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स्वच्छ भारत अभियान के कुछ प्रमुख नारे
- हम सबका यही सपना, स्वच्छ भारत हो अपना
- क्लीन सिटी, ग्रीन सिटी, यही मेरी है ड्रीम सिटी
- सफाई से खुद को स्वच्छ बनाना है स्वछता से पूरे विश्व में अपनी पहचान बनाना है
- क्लीन इंडिया, ग्रीन इंडिया
- न गंदगी करेंगे, न करने देंगे
- एक कदम स्वच्छता की ओर, आदि
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निष्कर्ष
देश के अंदर बढ़ती हुई गंदगी के जिम्मेदार कही न कही आप भी है क्योंकि हम लोग कभी जाने अनजाने में तो कभी जान बूझकर कूड़ा फेंक देते है जिसके कारण देश में गंदगी बढ़ती जा रही है।
इसी वजह से देश के अंदर का पर्यावरण भी प्रदूषित होता जा रहा हैं, इसलिए अभी हम सबको मिलकर स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाने की जरूरत है। अगर हम सब प्रत्येक भारतीय अपने अपने हिस्से का भी इस मिशन को सफल बनाने में देंगे तो हम एक स्वच्छ भारत राष्ट्र का निर्माण कर सकते है।