जलवायु परिवर्तन आज पूरी दुनिया के समक्ष एक विकराल समस्या बनकर उभर रहा है। पूरी दुनिया इससे निपटने के उपायों पर काम कर रही है। भारत भी इससे निपटने के लिए भरसक प्रयास कर रहा है। इसी कड़ी में सरकार ने पिछले वर्ष एक योजना की शुरुआत की जिसका नाम है नगर वन योजना Nagar Van Yojana 2020 । आपको इस लेख में आगे इससे जुड़ी सभी जानकारी मिलेंगी।
नगर वन योजना का आधिकारिक विवरण
योजन का नाम | नगर वन योजना |
आरंभ-कर्ता | केंद्र सरकार |
आरंभ तिथि | 5 जून 2020 |
मंत्रालय | केन्द्रीय वन, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय |
योजना मंत्री | श्री प्रकाश जावडेकर |
उद्देश्य | शहरी इलाकों में वन क्षेत्रों का विस्तार एवं विकास |
नगर वन योजना Nagar Van Yojana 2024
नगर वन योजना इस समय की मांग है, क्योंकि आज भारत और पूरा विश्व जिस मोड पर खड़े है। वहाँ से हम केवल एक ही तरीके से खुद को बच सकते है और वो है प्रकृति से खिलवाड़ को बंद करके। इसी कारण यह योजना नगरों के लिए शुरू हुई क्योंकि शहर ही प्रदूषण के केंद्र होते है।
इस योजना की शुरुआत ही इस सोच के साथ हुई कि यदि सभी शहरों में एक जंगल हो या गहने वन हो तो वो कितना प्रदूषण सोखेंगे। इसीलिए ये योजना शुरू की गई और इसका नाम भी नगर वन योजना रखा गया।
नगर वन योजना की शुरुआत
नगर वन योजना की शुरुआत केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री श्री प्रकाश जावडेकर ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर यानि 5 जून 2020 को की थी। जब यह योजना लागू हुई तो देश और दुनिया में कोरोना महामारी का प्रकोप फैला था । इसी कारण इसे श्री जावडेकर जी ने डिजिटली इसका आरंभ किया था।
नगर वन योजना के उद्देश्य
- इस योजना के तहत चुने गए 200 शहरों में प्रत्येक शहर में नगर पालिका परिषद के साथ मिलकर एक सिटी फॉरेस्ट का निर्माण करना।
- जीवों और जैव विविधता के बारे में जागरूकता फैलाना ताकि उनका संरक्षण बेहतर तरीके से किया जा सके।
- स्थानीय जीवों और पेड़ पोड़हों के बारे में जानकारी मुहैया करना ताकि स्थानीय पारिस्थितिकी में उनके महत्व के बारे में सभी को पता चले और उनके संरक्षण के प्रयास तेज हो।
- शहर का प्रदूषण भरा वातावरण रहने के लायक बनाना
- शहर के लोगों में ये धारणा पैदा करना की वन वो हरे फेफड़े है जिनमे यदि कोई कमी आई या किसी तरह का संक्रमण हुआ तो वो भी सांस नहीं ले पाएंगे।
- मोटे तौर पर कहा जाए तो शहरों में एक शुद्ध एवं स्वच्छ वातावरण का निर्माण करना ही इसका उद्देश्य है।
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नगर वन योजना का महत्व
- कई ऐसे पौधे एवं जानवर है जो केवल भारत में ही मिलते है साथ ही भारत एक जैव विविधता से सम्पन्न क्षेत्र है विश्व में मौजूद 35 जैव विविधता हॉटस्पॉटस है जिनमे से 4 तो केवल भारत में ही है। इनका संरक्षण बहुत महत्वपूर्ण है।
- समय के साथ शहरों के बढ़ते आकार ने जंगलों और वहाँ रहने वाले जानवरों को विलोपन की कगार पर ला दिया है।
- शहरों में बढ़ते प्रदूषण के स्तर ने वहाँ लोगों को रहने के लायक हालातों को खतरनाक बना दिया है।
- यह योजना कार्बन सिंक की अतिरिक्त मात्रा का संचयन करने में बहुत सहायक होगी।
- इन सबके अलावा यह देश के वन क्षेत्र में वृद्धि लाएगी जिसका फायदा समस्त देश को होगा।
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नगर वन योजना की कार्यशैली
वन मंत्रालय शहरों में वनों के निर्माण के लिए संबंधित एजेंसी को वनों के विकास और उन पर होने वाले व्यय का भुगतान करेगा। शहरों में वन क्षेत्रों को 100 हेक्टेयर तक रखने के लिए प्रोत्साहन दिया जाएगा पर लेकिन वन क्षेत्र कम से कम 20 हेक्टेयर का होना चाहिए।
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निष्कर्ष
नगर वन योजना Nagar Van Yojana एक अति महत्वपूर्ण योजना है, साथ ही यह पर्यावरण से जुड़ी सभी समस्याओं का समाधान साबित भी हो सकती है | इस योजना को केवल जन भागीदारी की जरूरत है।
अगर ऐसा होता है तो ये योजना अपार सफलता प्राप्त करेगी। और पर्यावरण संबंधी समस्याओं का अंत करने में सहायक सिद्ध होगी। यह लेख यहीं समाप्त होता है, अगर पसंद आया तो शेयर जरूर कीजिए, अगर आपके कुछ सुझाव है या कोई शिकायत है तों आप हमें कमेन्ट कर सकते है।