आज आप इस लेख में मिशन इंद्रधनुष अभियान के बारे में जानेंगे कि मिशन इंद्रधनुष अभियान (Mission Indradhanush) क्या है, और इस अभियान को शुरू करना का क्या उद्देश्य है, ताकि आपको इसके बारे में संपूर्ण जानकारी मिल सके। इसके अलावा हम यह भी जानेंगे कि इस अभियान के क्या लाभ है, ताकि आप भी इस अभियान का लाभ उठा सके।
मिशन इन्द्रधनुष अभियान ( Mission Indradhanush )
मिशन इंद्रधनुष अभियान की शुरुआत 25 दिसंबर 2014 को भारत सरकार के द्वारा की गई थी। इस योजना को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के द्वारा दिया गया था। इस योजना का मुख्य उद्देश्य उन सभी बच्चों का टीका करण करना है जिन्हे गरीबी की वजह से बचपन में बीमारियों को दूर वाले टीके नहीं लग पाते है।
मिशन इन्द्रधनुष से जुड़ी कुछ मुख्य बातें
योजना का नाम | मिशन इन्द्रधनुष (Mission Indradhanush) |
योजना का क्षेत्र | स्वास्थ्य के लिए |
लांच की तारीख | 25 दिसंबर 2014 |
योजना प्रबंधक मंत्रालय | केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय |
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री | जे. पी. नड्डा |
योजना लांच की गई : | जे. पी. अड्डा द्वारा |
इस अभियान को केन्द्रीय स्वास्थ मंत्री जे.पी. नड्डा द्वारा सुशासन दिवस यानि कि गुड गवर्नेंस डे के अवसर पर जोकि भारत के फ़्रीडम फाइटर स्वर्गीय “श्री मदन मोहन मालवीय जी” की जन्म तिथि तथा भूतपूर्व प्रधानमंत्री “श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी” का जन्म दिवस 25 दिसम्बर सन 2014 को लोंच किया गया।
मिशन इन्द्रधनुष के तहत कौन से सात टीके लगाए जाते है
- डिफ्थीरिया
- हेपेटाइटिस बी
- धनुस्तंभ
- काली खांसी
- पोलियो
- यक्ष्मा
- खसरा
सरकार द्वारा लड़कियों के लिए शुरू की गई योजना “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ ” के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त करे।
मिशन इंद्रधनुष योजना से जुडी कुछ मुख्य बाते : –
- यह योजना इंद्रधनुष के सात रंगों के आधार पर शुरू की गई है, ताकि सात जानलेवा बीमारियों से बच्चे को सुरक्षा प्रदान किया जा सके। इससे सही समय पर बक्च्चो को टीका लगने से बाल मृत्यु दर में भी कमी आई है इस योजना में अभी तक 40 लाख से ज़्यादा टिटेनस के टीके गर्भवती महिलाओं को लगाए गए।
- मिशन इंद्रधनुष अभियान योजना को हर वर्ग तथा हर समुदाय के लिए शुरू की गई थी। सरकार का लक्ष्य वर्ष 2020 तक ‘संपूर्ण टीका करण’ कार्यक्रम पूरा करना है।
- शहर, गाँवों, कस्बों में जिस दिन टीका करण होता है उस दिन स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी तथा नर्स सभी तैयारियाँ सुनिश्चित करते हैं। ताकि सभी महिलाएं अपने बच्चों को आसानी से टीका लगवा सके, जैसे ही आपको टीका करण की जानकारी मिलती है, तो आप अपने शून्य से 5 वर्ष तक के बच्चों को लेकर वंहा जा सकते है।
- इस अभियान में टीका लगाने के बाद महिलाओ को अपने बच्चों को आधे घंटे के लिए स्वास्थ्य कर्मचारियों की निगरानी में रखना जरूरी है यह इसलिए जरूरी है।
- टीका लगाने के बाद बच्चे को हल्का बुखार हो सकता है। या उसकी तबियत पहले से और भी खराब हो सकते है। बच्चे की बीमारी को कैसे कंट्रोल में करना है यह नर्स को सही तरीके से पता होता है। कुछ जरूरी निर्देशों के साथ बच्चे को उसकी मां के हवाले कर दिया जाता है।
- मिशन इंद्र धनुष अभियान के तहत बच्चे के उपचार होने के बाद उसकी मां को मौखिक रूप से समझाया जाता है कि उनके बच्चे को अगला टीका कब लगेगा। इसके साथ ही बच्चे के टीका करण कार्ड में भी अगले टीके की तारीख दर्ज कर दी जाती है। हेल्थ बीमा कराने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के बारे में जानकारी प्राप्त करे।
मिशन इंद्रधनुष अब और सशक्त !
— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) February 24, 2020
संपूर्ण टीकाकरण
हर बच्चे का अधिकार
स्वस्थ जीवन का आधार@PMOIndia @MoHFW_INDIA @Vaccinate4Life #Mission_Indradhanush #immunization pic.twitter.com/m7RZTys56R
मिशन इंद्रधनुष अभियान का लक्ष्य
- Mission Indradhanush का मुख्य उद्देश्य दो वर्ष तक के बच्चों और गर्भवती महिलाओं का सम्पूर्ण टीका करण कराना है। ताकि छोटे बच्चों का टीका करण में तेज़ी से हो सके। इसलिए यह योजना देश के सभी बच्चों का संपूर्ण टीका करण करने के लिए शुरू की गई है।
- इस योजना को बहुत ही सोच विचार के साथ शुरू किया गया है ताकि देश की स्वास्थ्य व्यवस्था मजबूत बनी रहे जिससे आने वाले भविष्य में किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो, पिछले कुछ वर्षो में भारत में संपूर्ण टीका करण कवरेज के काम में सिर्फ एक प्रतिशत की ही सालाना बढ़ोत्तरी हो पाई है।
- केंद्र सरकार द्वारा देश के 29 राज्यों में से कुछ ऐसे जिलों की पहचान की गई जिनमे बच्चे टीका करण से पूरी तरह से वंचित है आगे से देश के किसी जिले में इस प्रकार की स्थिति पैदा न हो इसलिए यह योजना छोटे बच्चों के लिए बड़ी ही महत्वपूर्ण हैं।
- Mission Indradhanush को सफल बनाने के लिए केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने UNICEF, WHO, अन्तरराष्ट्रीय रोटरी एवं अन्य डोनर पार्टनर्स जैसे संस्थाओं से भी सहयोग की मांग की है। इसे भी जरूर पढे :-सरबत स्वास्थ्य बीमा योजना क्या है?
Mission #Indradhanush should be informed to rural areas of India.
— Kiran Kumar S (@KiranKS) October 12, 2017
Life saving. Do your part. pic.twitter.com/4Xh18VlmmC
इंद्रधनुष योजना के तहत बच्चों को लगने वाले टीके:-
- पैदा होने के समय – BCGOPV – 0,Hepatitis – B
- 1 महीने, 12 दिन में – RVV – 1, OPV – 1,Pentavalent – 1,flPV – 1,PCV – 1
- 2 महीने – 10 दिन में RVV – 2, OPV – 2, Pentavalent – 2
- 14 सप्ताह में – RVV – 3, OPV – 3, Pentavalent – 3, flPV – 2,PCV – 2
- 9 माह के होने पर – Measles Vitamin A First Dose, PCV – B
- 16 – 24 महीने में – DPT – First Booster, OPV – First Booster,, Measles Second dose,, Vitamin A Second dose
- 5 – 6 साल की उम्र मे – DPT Second Booster,
- 10 और 16 साल की उम्र मे – TT
आज जानते है की हम कैसे गरीब परिवार उज्ज्वला योजना का लाभ ले सकते हैं ?
मिशन इंद्रधनुष के तहत गर्भ धारण महिला को लगाए जाने वाले टीके:-
- गर्भावस्था के तुरंत बाद – TT-1
- TT-1 के 28 दिन बाद – TT-2
- पिछली गर्भावस्था के 3 साल के अंदर अगर गर्भावस्था रहे तो – TT Booster
निष्कर्ष
इस लेख में हमने आपको सरकार द्वारा छोटे बच्चों के लिए शुरू की गई इन्द्रधनुष योजना के बारे में बताया है कि मिशन इंद्रधनुष अभियान या योजना क्या है Mission Indradhanush Kya Hai , यह आपके लिए क्यों क्यों जरूरी हैं। ताकि सभी छोटे बच्चों को इस योजना का लाभ मिल सकें।
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