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मिशन भागीरथ ( Mission Bhagiratha ) को तेलंगाना राज्य में शुरू किया गया| ये पेयजल योजना है जिसके द्वारा तेलंगाना के उन क्षेत्रों को नल द्वारा पानी मिलेगा जो इसकी कमी से जूझते है। ये तेलंगाना के मुख्यमंत्री, के चंद्रशेखर के दिमाग की उपज है और उनका ड्रीम प्रोजेक्ट है, सपना है| इस योजना का कार्य क्या है, इसके फायदे क्या है? इन सबके बारे में जानने के लिए इस लेख को पूरा पढ़ें।

मिशन भागीरथ Mission Bhagiratha 2024

मिशन भागीरथ तेलंगाना राज्य के सभी गाँव और शहरों में सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराने के लिए शुरू किया गया प्रोजेक्ट है| इसे शुरू करने का श्रेय राज्य के मुख्यमंत्री, के चंद्रशेखर को है| इस योजना में गोदावरी और कृष्णा नदियों के द्वारा राज्य के प्रत्येक घर तक पीने का पानी पहुंचाया जाता है| इसका आरंभ मेडक जिले से किया गया था।

मिशन से संबंधित आधिकारिक जानकारी 

योजना का नाम मिशन भागीरथ ( Mission Bhagiratha )
आरंभ 7 अगस्त 2016 
आरंभकर्ता के चंद्रशेखर 
योजना का उद्देश्य समस्त राज्य को सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराना 

मिशन भागीरथ के लिए आवंटित बजट 

Mission Bhagiratha Scheme को सुचारु रूप से चलाने के लिए तेलंगाना सरकार 43,791 करोड़ रुपए का आवंटन किया था। किसी राज्य सरकार के लिए ये बहुत बड़ा आंकड़ा है, जो इस मिशन के महटवा को दर्शाता है।

कितने लोगों को इसका लाभ मिलेगा?

मिशन भागीरथ राज्य के 2.32 करोड़ लोगों को फायदा पहुंचाएगा। इन 2.32 करोड़ लोगों में से 20 लाख परिवार शहरी इलाकों में जबकि 60 लाख परिवार ग्रामीण इलाकों में रहते है| जिन्हे इसका लाभ मिलेगा।

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मिशन भागीरथ के अंतर्गत राज्य की किन नदियों से कितनी मात्रा में पानी लिया जाएगा?

Mission Bhagiratha Scheme के लिए राज्य की दो सबसे बड़ी नदियों कृष्णा और गोदावरी से पानी लिया जाएगा। ये दोनों नदिया ही राज्य में पानी का सबसे बड़ा स्त्रोत है। इस प्रोजेक्ट के लिए राज्य की सबसे बड़ी नदी गोदावरी 19.65 हजार मिलियन क्यूबिक फीट पानी लिया जाएगा| राज्य की दूसरी सबसे बड़ी नदी कृष्णा से 19.62 हजार मिलियन क्यूबिक फीट पानी लिया जाएगा। इसे भी जरूर पढे : प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना

Mission Bhagiratha से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्य 

  • इसमे राज्य की दो सबसे बड़ी नदियाँ राज्य के जलाशयों से इंटरलिंक की जाएंगी| जिससे जरूरत के मुताबिक पानी का संग्रहण, सुरक्षा और आपूर्ति की जा सके।
  • इस योजना के तहत बिछाई गई पीलिनों की लंबाई 1 लाख 30 हजार किमी है।
  • इसमें पानी की पाइप लाइन के साथ साथ ऑप्टिकल लाइन भी बिछाई जाएगी।
  • इसे सुचारू रूप से चलाने और राज्य भर में लागू करने के लिए तेलंगाना सरकार ने तेलंगाना पेयजल आपूर्ति कोपरेशन लिमिटेड (TDWSCL) की स्थापना की गई थी।
  • इस योजना में 150 वाटर ट्रीटमेंट प्लांट्स, 62 पंपिंग स्टेशन्स, 35 हजार 573 ओवरहेड सर्विस रेसरवॉयरस और 27 इंटेक वॉल स्थापित किये गए है। जरूर पढ़ें : इंदिरा रसोई योजना 2020

मिशन भागीरथ ( Mission Bhagiratha ) अपने नाम को सार्थक करता है, क्योंकि भागीरथ ने अपने अतृप्त पूर्वजों के लिए गंगा को धरती पर बुलाया था| ठीक उसी तरह ये भी अतृप्त यानी प्यासे लोगों तक पानी पहुंचा रहा है।

इसी के साथ ही इस लेख का समापन होता है, अच्छा लगा तो शेयर जरूर करें और अगर दिमाग में कुछ भी विचार या सुझाव है तो कमेंट के माध्यम से हम तक अवश्य भेजें ताकि हम आपके विचार जान सके और खुद को और अधिक बेहतर बना सकें।

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