देश में जब भी कृषि की बात होती है, तो एक चीज को नज़रअंदाज़ जरूर कर दिया जाता है। वो है पशु पालन और उसमें भी मछली पालन को ऐसे नज़रअंदाज़ कर दिया जाता है जैसे दूध में से मक्खी। मगर समय समय पर इस पर ध्यान भी दिया जाता रहा है।
इसी प्रकार पिछले साल प्रधानमंत्री जी ने उन लोगों की आजीविका बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना Matsya Sampada Yojna को शुरू किया जो इस क्षेत्र से जुड़े है। इसके बारे में जानने के लिए इस लेख को अंत तक अवश्य पढे।
मत्स्य संपदा योजना का आधिकारिक विवरण
योजना का नाम :- | मत्स्य संपदा योजना |
आरंभ तिथि :- | 10 सितंबर 2020 |
संचालक :- | केंद्र एवं राज्य सरकारें |
योजना का उद्देश्य :- | मछली पालन करने वाले की आय बढ़ाना |
लाभार्थी :- | मछली पालन करने वाले |
आधिकारिक वेबसाईट :- | यंहा पर क्लिक करे | |
मत्स्य संपदा योजना Matsya Sampada Yojna 2024
मछली पालन में बहुत अधिक संभावनाएं है। इन्ही संभावनाओ को विकसित करने के लिए मत्स्य संपदा योजना शुरू की गई।
पिछले साल सितंबर में प्रधानमंत्री जी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मत्स्य संपदा योजना की शुरुआत की, ये योजना 2020 से 2025 तक पाँच वर्षों के लिए लागू की जाएगी। मछली पालन से बहुत बड़ी आबादी जुड़ी है। उस आबादी की जीविका को बढ़ाना ही इसका लक्ष्य है।
मत्स्य संपदा योजना के उद्देश्य
- यह योजना एक वर्तमान रूपरेखा तैयार करेगी मछलियों के रीटेल आउट्लेट के लिए
- इस योजना के द्वारा GDP और रोज़गार में बढ़ोतरी के साथ साथ मत्स्य उद्योग को भी उन्नत बनाना है।
- इस योजना का उद्देश्य मत्स्य पालन क्षेत्र में कम से कम 55 लाख प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोज़गार उत्पन्न करना है साथ ही में इससे रोज़गार पा रहे लोगों की आजीविका बढ़ाना भी है।
- मछली उत्पादन को वर्ष 2024-25 तक 70 लाख टन तक बढ़ाना है।
- वर्ष 2025 तक मछलियों के निर्यात से होने वाली आय को 1 लाख करोड़ तक ले जाना है।
- पैदावार के बाद में होने वाले नुकसान को 20 से 25 प्रतिशत से कम करके 10 प्रतिशत तक पहुंचाना है।
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मत्स्य संपदा से किन किन को लाभ मिलेगा ?
- मछुआरे
- मछली पालने वाले
- मत्स्य विक्रेता
- मछली विकास निगम
- मछली पालन के क्षेत्र में स्वयं सहायता समूह
- एससी/एसटी/महिलायें /विकलांग व्यक्ति
मत्स्य संपदा योजना के लिए आवेदन किस प्रकार करें ?
मत्स्य संपदा योजना Matsya Sampada Yojna के अंतर्गत आवेदन ऑनलाइन होता है। जिसके लिए हमने आपको आधिकारिक वेबसाइट इस लेख में पहले ही बात दिया था। आप किसी भी नज़दीकी ग्राहक सेवा केंद्र पर जाकर मत्स्य संपदा के लिए आवेदन कर सकते है।
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मत्स्य संपदा योजना के लिए आवंटित बजट
मत्स्य संपदा योजना Matsya Sampada Yojna के लिए सरकार ने 20,050 करोड़ रुपए आवंटित किए है। जिनमे से 12,340 करोड़ रुपए समुद्री और आंतरिक जलीय क्षेत्रों में मत्स्य पालन और जलीय कृषि में लाभार्थियों के लिए और बाकी 7,710 करोड़ रुपए फ़िशिरीज़ इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च किए जाएंगे। राज्यों को इस योजना पर खर्च के लिए सारे पैसा केंद्र से मिलेगा ऐसा नहीं है केंद्र किस को कितना हिस्सा देगा वो नीचे है।
राज्य या केंद्रशासित प्रदेश | केंद्र का योगदान | राज्य या केंद्रशासित प्रदेश का योगदान |
सामान्य राज्य | 50% | 50% |
उत्तर पूर्वी एवं हिमालय क्षेत्र के राज्य | 80% | 20% |
केंद्रशासित प्रदेश | 100% |
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निष्कर्ष
मत्स्य संपदा योजना Matsya Sampada Yojna उस उद्योग को विकसित करने की कोशिश है , जो बहुत ही कम विकसित है, लेकिन अपार संभावनाओ से भरा है। उन संभावनाओ को अवसर में बदलना ही मत्स्य संपदा का उद्देश्य है। मत्स्य पालन उद्योग भविष्य में बहुत बड़ा उद्योग होगा, क्योंकि जिस तरह से दुनिया में बहुत तेजी से आबादी बढ़ रही है।
उसकी खाद्य ज़रूरतों को पूरा करने के लिए ये उद्योग बहुत महत्वपूर्ण होगा। शायद इसीलिए ये योजना भविष्य को ध्यान में रखकर उठाया गया। एक महत्वपूर्ण कदम है। लेख समाप्त होता है।अगर दी गई जानकारी अच्छी लगी हो तो शेयर जरूर करें और अपने सुझाव और शिकायतें कमेन्टबॉक्स में लिखें।