आज के इस दौर में जब सबकुछ ऑनलाइन या डिजिटली ही होता है, तो ऐसे में जिस बात का डर हमेशा बना रहता है वो यह है कि देश के ग्रामीण क्षेत्र कहीं इन सब में पिछड़ न जाए। इसी वजह से बिहार में घर तक फाइबर योजना की शुरुआत हुई । यह लेख आपको इससे जुड़ी सभी जानकारियाँ देगा तो इसे अंत तक अवश्य पढे।
Ghar Tak Fibre Yojana 2024
इंटरनेट आज के समय में एक आवश्यक वस्तु बन गई है। आज के इस दौर में इसके बिना बहुत से काम लगभग नमूमकिन है। शहरों में तो ये सुविधा आसानी मिल जाती है, लेकिन गाँवों में ये बड़ी मुश्किल से मिलती है। इसी कारण बिहार में घर तक फाइबर योजना Ghar Tak Fibre Yojna आरंभ की गई। जो राज्य के हर गाँव तक इंटरनेट से जोड़ने के लिए ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ा जाएगा। वैसे भी बिहार की छवि देश के अंदर एक पिछड़े राज्य की है, जो इसके बाद शायद थोड़ी धूमिल होग।
योजना का विवरण
योजना का नाम | घर तक फाइबर योजना |
योजना की आरंभ तिथि | 21 सितंबर 2020 |
आरम्भकर्ता | प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी |
संचालक | केंद्र एवं बिहार सरकार |
लाभार्थी | बिहार राज्य के ग्रामीण क्षेत्र के लोग |
मंत्रालय | इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रोद्धयोगिकी मंत्रालय |
क्या बिहार को घर तक फाइबर योजना की जरूरत थी ?
इसके जवाब के लिए हम आपके समक्ष कुछ आँकड़े प्रस्तुत करेंगे जिसके बाद आप आसानी से अंदाज़ लगा लेंगे की बिहार को वाकई इस योजना की जरूरत थी या नहीं। TRAI की एक रिपोर्ट के अनुसार बिहार में केवल 30.35% इंटरनेट कनेक्टिविटी है, जो देश की कुल इंटरनेट कनेक्टिविटी जोकि 55% है के मुकाबले काफी कम है।
बिहार के ग्रामीण इलाकों में केवल 22.61% लोग इंटरनेट से जुड़े थे, जबकि देश के एक अन्य राज्य केरल में ये 98.10% है। ठीक इसी प्रकार बिहार के शहरी क्षेत्रों में 73.26% आबादी ही इंटरनेट से कननेक्टेड है, जबकि देश के अन्य राज्यों में ये दर 90% तक है। आशा है कि इन आंकड़ों को देखने के बाद आपको आपका जवाब मिल गया होगा।
घर तक फाइबर योजना के लाभ
- पहला फायदा तो यही होगा की इंटरनेट सुलभ होने से गाँव का विकास बहुत तेजी से होगा।
- इंटरनेट ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी मिलने के बाद से गाँवों में ई कॉमर्स, ई लर्निंग प्लेटफॉर्म और ऑनलाइन बैंकिंग जैसी सुविधाएँ आसानी से उपलब्ध होंगी।
- आसान इंटरनेट कनेक्टिविटी होने से किसान छोटे और नए व्यापारियों को ऑनलाइन ट्रेडिंग आसान हो जाएगी | जिसका उन्हे बहुत फायदा होगा।
- इंटरनेट आसानी से उपलब्ध होने के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा की गुणवत्ता में भी सुधार होगा।
- आसान इंटरनेट गाँवों को बाहरी दुनिया से बेहतर और तेजी से जोड़े रखेगा।
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घर तक फाइबर योजना Ghar Tak Fibre Yojna की शुरुआत ये दर्शाती है कि सरकार देश के डिजिटलाईज़ेशन को लेकर कितनी गंभीर है, जोकि सही भी है क्योंकि इंटरनेट के इस जमाने में जब सब कुछ ऑनलाइन होता है।
इंटरनेट पर निर्भर करता है, तो देश के गाँवों को इससे जोड़ना एक समझदारी भरा कदम है। क्योंकि असली भारत तो गाँवों में ही बसता है। इस योजना का मकसद ही पंक्ति की कतार में खड़े अंतिम भारतीय को आधुनिकता से तालमेल बैठाने के लिए इंटरनेट से जोड़ना है।
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अब अंत में योजना से जुड़े सवाल जो अक्सर पूछे जाते है
घर तक फाइबर योजना से गाँव के लोगों का फायदा क्या है?
सबसे पहले तो इससे गाँव में इंटरनेट उपलब्ध होगा, और इंटरनेट से होने वाले सभी फायदे या सारे ऑनलाइन काम अब अपने गाँव से हो जाएंगे | साथ ही इससे गाँवों का विकास भी तेज होगा।
घर तक फाइबर योजना के तहत गाँवों को किस तरह हाई स्पीड इंटरनेट से जोड़ा जाएगा?
घर तक फाइबर योजना के नाम से ही स्पष्ट हो जाता है कि गाँवों को ऑप्टिकल फाइबर के माध्यम से हाई स्पीड इंटरनेट से जोड़ा जाएगा।
घर तक फाइबर योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री जी ने की थी तो क्या ये योजना बिहार के अलावा अन्य राज्यों में भी लागू है?
नहीं, ऐसा बिल्कुल नहीं है ये योजना अभी तक तो केवल बिहार में ही लागू है।
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