Advertisement

महिला समृद्धि योजना ( Mahila Samridhi Yojana ) आज जिस योजना के बारे में हम बात करने वाले है, ये उसके लिए एकदम उचित प्रतीत होता है, क्योंकि इस योजना से वाकई ही महिलायें समृद्ध होंगी, क्योंकि वो आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनेंगी। महिलाओं के लिए इससे पहले भी काफी योजनाएं शुरू हुई और खत्म हो गई।

मगर वो सब महिलाओं के साथ साथ उनके परिवारों को भी उसमे शामिल करती थी। लेकिन ये पहली ऐसी योजना है, जहां तक मुझे ज्ञात है, कि औरतें सिर्फ अपने लिए और अपने नाम पर ही लाभ प्राप्त कर सकेंगी। किसी पति, परिवार या माता पिता के लिए नहीं| तो चलिए इस पर दृष्टि डालते है।

महिलाओं में उधयमशीलता को बढ़ावा देने के लिए सरकार की शुरू की गई महिलाओं के लिए कुछ लोन योजना के बारे में पढ़ें।

महिला समृद्धि योजना का परिचय

ग्रामीण क्षेत्र की औरतों के लिए केन्द्र सरकार ने महिला समृद्धि योजना ( mahila samridhi yojana ) को शुरू किया। इसमे ग्रामीण इलाकों की औरतें या 18 वर्ष से ऊपर की कोई भी स्त्री अपनी नजदीकी डाकखाने में बचत खाता खोल सकती है। तत्पश्चात उन्हें उस खाते में प्रत्येक वर्ष 300 रुपए जमा करने होंगे।

यहाँ ध्यान देने योग्य बात ये है की जमा की जाने वाली राशि 300 रुपए से अधिक नहीं होनी चाहिए। इस जमा की गई रकम पर केंद्र सरकार हर साल 24% ब्याज देगी। इस योजना की शुरुआत 2 अक्टूबर 1993 को शुरु हुई थी।

महिला समृद्धि योजना की पात्र महिलायें 

  • 18 वर्ष से ऊपर की कोई भी महिला इस योजना का लाभ उठा सकती है।  
  • इस योजना का लाभ केवल ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को ही मिल सकता है।

योजना का लाभ लेने के लिए आवश्यक दस्तावेज़ 

  • सरकारी के द्वारा जारी कोई पहचान पत्र 
  • निवास प्रमाण पत्र 
  • आधार कार्ड अगर आधार कार्ड है तो और किसी दूसरे दस्तावेज़ की जरूरत नहीं होगी केवल आधार ही काफी होगा।

बेटियों का भविष्य सवारने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने शुरू की कन्या सुमंगला योजना

महिला समृद्धि योजना के फायदे 

  • सबसे पहला फायदा तो यही है कि ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओ की आर्थिक स्तिथि बेहतर हो जाएगी।
  • BPL परिवारों से आने वाली औरतों के लिए ये योजना अपनी आर्थिक स्तिथि को सुधारने का एक बेहतर अवसर है।
  • इससे महिलाओ पास पूंजी होगी जो किसी तरह की आर्थिक कार्यों के बहुत जरूरी है।
  • इससे औरतों का रुझान कुटीर उधयोगों की तरफ बढ़ेगा क्योंकि उनके पास अब इसके लिए पर्याप्त संसाधन होंगे, समय, श्रम और धन।
  • इसी महिलायें ज्यादा स्वतंत्र होंगी क्योंकि अब वे आर्थिक तरीके से दूसरों पर निर्भर नहीं रहेंगी।

योजना से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य 

  • इस योजना में प्रतिवर्ष कम से कम 4 रुपए और ज्यादा से ज्यादा 300 रुपए जमा किये जा सकते है।
  • महिलायें चाहें तो एक साल पूरा होने से पहले भी अपने जमा किये पैसे निकाल सकती है।
  • केवल ये ही नहीं महिलायें चाहे तो साल में दो बार पैसा निकाल सकती है| बस उनन्हे ध्यान ये रखना है कि पैसा 4 के गुणांक में ही निकालना है।

अवश्य पढ़ें महिलाओं को सम्मान दिलाती उज्जवला योजना के बारे में।

  • महिला समृद्धि खाताधारक महिला अपने खाते में किसी को भी नॉमिनेट कर सकते है।
  • ये खाता अहस्तांतरणीय है यानी ये खाता किसी और महिला के नाम नहीं किया जा सकता है।
  • इस योजना के अंदर महिला एक से अधिक खाता नहीं खोल सकती है।
  • इस योजना की खाताधारक महिला यदि अपना पता बदलवाना चाहती है तो उसे पुराना खाता बंद करवा कर नए पते पर नया खाता खोलना होगा।

इसके साथ ही ये लेख यहीं खत्म होता है। अगर दी गई जानकारी अच्छी लगी तो शेयर जरूर करें। अगर दिमाग में कोई सवाल या सुझाव है तो कमेन्ट बॉक्स के माध्यम से हम तक अवश्य पहुंचाए।

Join our Subscriber lists to get the latest news,updates and special offers delivered directly in your inbox

Advertisement

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here