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भारत मवेशियों के मामलें में दुनिया में पहला देश है ,यानि कि यहाँ विश्व में सर्वाधिक पालतू जानवर पाए जाते है। इनमे भी सबसे बड़ा हिस्सा गाय, भैंस और बकरियों का है, यानि कि दुधारू जानवरों का, लेकिन इनको पालने वाले पशुपालक या मिश्रित खेती करने वाले किसान इनको केवल दूध और मांस के लिए पालते है।

हालांकि वो इन जानवरों से खासकर गाय और भैंसों से मिलने वाली एक और उपयोगी चीज को बहुत अधिक नजरअंदाज करते है, और वो है इनसे मिलने वाला गोबर।

आज हम आपको इस लेख मे छतीसगढ़ सरकार द्वारा शुरू की गई। इसी योजना के बारे मे सम्पूर्ण जानकारी देने वाले है अगर आप भी इस योजना के बारे मे जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो लेख को पूरा पढे। इस लेख मे हम आपको बताने वाले है कि गोधन न्याय योजना क्या है Godhan Nyay Yojana kya Hai और इस योजना से देश को क्या क्या फायदे मिलेंगे।

ज्यादातर पशुपालक या किसान इसके बारे में जानते हुए भी इसका उचित प्रयोग नहीं करते है। ये उनकी आय का अतिरिक्त साधन हो सकता है। इसी बात पर गौर करते हुए छतीसगढ़ सरकार ने गोधन न्याय योजना को शुरू किया। ताकि मवेशियों के गोबर से किसानों को कुछ अतिरिक्त आय का साधन मिल जाए और साथ ही गोबर का भी सही प्रयोग हो सके।

गोधन न्याय योजना का आधिकारिक विवरण

योजना का नाम गोधन न्याय योजना
आरंभ की तिथि20 जुलाई 2020
संचालक राज्यछतीसगढ़
उद्देश्यपशुपालकों को आय का अतिरिक्त स्त्रोत दें
लाभार्थीराज्य के पशुपालक

गोधन न्याय योजना Godhan Nyay Yojana 2024

गोधन न्याय योजना देश में अपनी तरह की पहली योजना है। इस योजना को छतीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी ने 20 जुलाई 2020 को आरंभ किया था। इसके लागू होते ही छतीसगढ़ गोबर खरीदने वाला देश का पहला राज्य बन गया। इस योजना के तहत राज्य सरकार पशुपालकों से 2 रुपए प्रति किलो की दर से गोबर खरीदेगी। खरीदे गई गोबर से राज्य सरकार वर्मी कंपोस्ट बनाएगी। गोबर के संग्रहण का काम योजना के तहत बनी गोधन समिति या उसके द्वारा नामित समूह घर घर जाकर करेंगे।

गोधन न्याय योजना का उद्देश्य

आप सभी इस बात से भली भाति परिचित है कि पशुपालकों की आय कुछ विशेष अधिक नहीं होती है। जिस कारण पशुओं को वो अच्छा चारा नहीं दे पाते है, ऐसे मे जब पशु दूध देना बंद कर देते है तो कुछ लोग अपने पशुओ को सड़को पर आवारा घूमने के लिए छोड़ देते है।

इससे शहरों और गाँवों में सड़कों पर गोबर यूँही पड़ा रहता है और गंदगी फैलाता है। इसी समस्या से निपटने के लिए छतीसगढ़ सरकार ने इस योजना शुरुआत की है ताकि पशुपालक आय के साधन बनने के कारण इन जानवरों को आवारा नहीं छोड़ेंगे और गोबर की बिक्री के कारण गोबर का संग्रहण होगा तो सड़कों पर भी गंदीगी नहीं रहेगी।

गोधन न्याय योजना के लाभ

  • गोधन योजना से मिले प्रोत्साहन की वजह से राज्य में पशुपालन को व्यावसायिक रूप में बढ़ावा मिलेगा।
  • सड़कों पर पशुओं के साथ एवं उनकी वजह से होने वाले हादसों में कमी आएगी।
  • सड़कों पर गोबर की वजह होने वाली गंदीगी कम होगी।
  • इकट्ठा किए गए गोबर से वर्मी कंपोस्ट बनाया जाएगा जिससे राज्य में जैविक खेती को बढ़ावा मिलेगा।

गोधन न्याय योजना के तहत खरीदे गए गोबर का प्रयोग

गोधन न्याय योजना Godhan Nyay Yojana के तहत खरीदे गए गोबर का क्या होगा वो तो हमने आपको पहले ही बताया है, लेकिन इस गोबर से बने कंपोस्ट का क्या होगा, तो चलिए आपको बताते है। राज्य सरकार जो गोबर खरीद कर वर्मी कंपोस्ट बनाएगी। उसे वह कोऑपरेटिव सोसायटी के माध्यम से बेचेगी। जिससे किसानों, वन, बागवानी, नगरीय प्रशासन विभाग आदि की फर्टिलाइजर्स की जरूरत पूरी होगी। यह कंपोस्ट 10 रुपए प्रति किलो की दर से बेचा जाएगा।

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गोधन न्यायाय योजना बिल्कुल गाव देहात से जुड़ी देश की पहली योजना है, लेकिन ये उस क्षेत्र की और ध्यान जरूर मोड़ती है जिसे लगभग सभी ने नजरंदाज किया हुआ था। जो कार्य इस योजना के द्वारा छतीसगढ़ में हो रहा है, उसी कार्य को सम्पूर्ण देश में करना चाहिए।

अगर गोबर के खाद का इस्तेमाल खेती में व्यापक स्तर पर होने लगा तो रासायनिक उर्वरकों का प्रयोग खत्म शायद न हो लेकिन कम जरूर हो जाएगा। जिससे इन रासायनिक उर्वरकों पर होने वाले पैसों का व्यय तथा इनके प्रयोग से होने वाले स्वास्थ के व्यय को कम किया जा सकेगा।

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गोधन न्याय योजना में आवेदन के लिए पात्रता

  • इस योजना के लाभ लिए राज्य सरकार की निम्न शर्तें है।
  • इस योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन करने वाला व्यक्ति राज्य का स्थायी निवासी होना चाहिए।
  • इस योजना का फायदा केवल राज्य के पशुपालकों को ही मिलेगा।
  • बड़े जमीनदारों और व्यापारियों को उनकी समृद्धता के कारण इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा।

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आवेदन करने के लिए जरूरी कागजात

  • आवेदक की पासपोर्ट साइज़ फ़ोटो
  • आधार कार्ड
  • निवास प्रमाण पत्र
  • मोबाईल नंबर
  • पशुओं से जुड़ी जानकारी

आवेदन कैसे करें?

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गोधन न्याय योजना Godhan Nyay Yojana का लाभ लेने के लिए आपको ऑनलाइन आवेदन करना होगा। इसके लिए आप अपने किसी भी नजदीकी ग्राहक सेवा केंद्र पर जाकर आवेदन कर सकते है। आवेदन के लिए जिन दस्तावेज़ों के आवश्यकता होगी उनका विवरण नीचे दिया गया है।

आखिर में योजना से जुड़े कुछ सवाल

गोधन न्याय योजना क्या सारे देश में लागू है?

नहीं, ये योजना केवल छतीसगढ़ में ही लागू है।

गोधन न्याय योजना के तहत गोबर किस दाम पर खरीदा जाएगा ?

गोधन न्याय योजना में गोबर 2 रुपए प्रति किलो की दर से खरीदा जाएगा।

गोधन योजना में खरीदे गए गोबर का सरकार क्या करेगी?

इस योजना में सरकार गोबर खरीद कर उसका खाद बनाकर बेचेगी।

क्या कोई भी इस योजना से जुड़ सकता है ?

नहीं, ये योजना केवल पशुपालकों के लिए है, वो भी जो केवल छतीसगढ़ राज्य के निवासी है।

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