भारत एक विशाल देश है बहुत बड़ी जनसंख्या के साथ और उस जनसंख्या में एक बहुत ही बड़े करदाता समूह के साथ पर इतने बड़े टैक्स पेइंग वर्ग की निगरानी करना बहुत कठिन काम है। ऐसा भी नहीं है की ये काम निर्विवाद या बिना किसी परेशानी के हो जाता हो, क्योंकि हर जगह कुछ ऐसे तत्व जरूर होते है। जो नियम कायदों को हमेशा ताक पर रखते है।
आज हम आपको इस लेख मे केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई कर संबंधी इसी योजना के बारे मे सम्पूर्ण जानकारी देने वाले है, यदि आप एक कर दाता है, तो आप इसका लाभ ले सकते है।
इस लेख मे हम आपको बताने वाले है कि विवाद से विश्वास योजना क्या है । Vivad Se Vishwas Yojana kya hai और इस योजना से देश को किस प्रकार फायदा मिलेगा।
विवाद से विश्वास योजना का आधिकारिक विवरण
भारत में 4.83 लाख मामले है, जो कर विवाद है और अदालतों में लंबित है। इन मामलों को निपटाना ही अपने आप में एक बड़ी समस्या है , क्योंकि इसमे बहुत ही ज्यादा समय और धन व्यय हो जाता है।
इस सब को खत्म करने के लिए ही वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण द्वारा 2020 के बजट सत्र में विवाद से विश्वास योजना को शुरू किया। जिससे की कर मामलों में फंसा पैसा तो जल्द से जल्द वापिस मिल जाए साथ ही इसमे खर्च होने वाले टाइम और पैसा दोनों बच जाए।
योजना का नाम | विवाद से विश्वास योजना |
उद्देश्य | कर दाताओं के सभी प्रत्यक्ष कर संबंधी मामलों को जल्दी से सुलझाना |
लाभार्थी | टैक्स पेयर्स |
ऑफिसियल वेबसाईट | यहा पर क्लिक करे | |
विवाद से विश्वास योजना Vivad Se Vishwas Yojana 2024
ये योजना देश में चल रहे सभी प्रत्यक्ष कर के मामलों को निपटाने के लिए शुरू की गई है। देश की अदालतों में 9.32 लाख करोड़ के 4.83 लाख मामले लबित है। जो देश की संभावित तररकी में लगने वाले पैसों को अटकाये हुए है। इस योजना का लाभ उन कर दाताओ को मिलेगा। जिनका टैक्स को लेकर किसी फोरम में मुकदमा लंबित है।
एक साल के अंदर ही इस योजना के द्वारा अब तक 1,25,144 मामलों को निपटाया जा चुका है और इससे 97,000 करोड़ रुपए के टैक्स विवादों को निपटाया गया है। इस योजना के अंतर्गत लाभ उठाने के लिए सरकार ने इसकी अंतिम तारीख को बढ़ाकर 31 मार्च 2021 कर दिया है।
किनको इस विवाद से विश्वास योजना का लाभ नहीं मिलेगा
- ऐसे लोग जिन्होंने अपनी आय का खुलासा नहीं किया है। इस योजना का लाभ नहीं उठा सकते है।
- साथ ही ऐसे लोग जिन्होंने अपनी आय से अधिक संपत्ति का ब्यौरा नहीं दिया है वो भी इस योजना का फायदा नहीं उठा सकते है।
- जिनके मामलों पर फैसला आ चुका है। उनको भी इसका फायदा नहीं मिलेगा।
- जिन पर गिरफ़्तारी या पुलिस हिरासत के आदेश जारी हो चुके है। वो भी इस योजना का लाभ लेने के लायक नहीं है।
- जिन लोगों की संपत्ति गैर कानूनी है, उन्हे भी इसका लाभ नहीं मिलेगा।
विवाद से विश्वास योजना के आरंभ की वजह
इस योजना को आरंभ करने की मुख्य वजह कर भुगतानों के लिए होने वाली मुक़दमेंबाजी को खत्म करना है। ये योजना कर दाताओं को मुकदमे की कष्टदायक प्रकिया से बचाएगी जिससे कर दाताओं और प्रशासन के बीच में भरोसा बढ़ेगा, इनके अलावा और भी बहुत सी वजहायें है जैसे –
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- इस योजना को शुरू करने का उद्देश्य टैक्स से संबंधित मुकदमों में की संख्या को कम करना है।
- इस योजना से व्यापारियों और अन्य प्रत्यक्ष कर दाताओं को बहुत फायदा होगा क्योंकि इस योजना में दिए गए समय पर कर का भुगतान करने पर कर पर लगे जुर्माने या फिर ब्याज पर छूट मिलेगी जिससे सरकार को रुक हुआ कर भी कम समय में ही मिल जाएगा।
- ये योजना कितनी महत्वपूर्ण है इसका अंदाज इस बात से लगाया जा सकता है ,की एक ऐसे समय में जब सरकार राजस्व के खर्चों को कम कर रही है। ऐसे की इस योजना की वजह से विवादित करों का भुगतान सरकार को अतिरिक्त वित्तीय शक्ति देगा।
विवाद से विश्वास योजना में आवेदन करने की प्रक्रिया
इस योजना का लाभ उठाने की लिए आपको ऑनलाइन आवेदन करना होगा। जो आप सरकार द्वारा जारी आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर कर सकते है। (जो हमने आपको ऊपर दी है |) इस वेबसाईट पर जाकर आपको एक डिक्लेरेशन फॉर्म भर कर जमा करना होगा | फिर 15 दिनों के अंदर ही आयकर विभाग एक प्रमाण पत्र जारी करेगा।
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जिसमे कुल भुगतान की राशि दी गई होगी | प्रमाण पत्र मिलने के 15 दिनों के अंदर ही आपको दी गई राशि का भुगतान करना होगा फिर टैक्स की राशि एक फॉर्म में भरकर उसे आयकर विभाग में जमा कर भुगतान होने की जानकारी देनी होगी। जिसके बाद आयकर विभाग भुगतान होने का आदेश जारी कर देगा।
विवाद से विश्वास योजना Vivad Se Vishwas Yojana सरकार और कर दाता दोनों के लिए एक फायदे का सौदा ही साबित हुई है, क्योंकि सरकार को पहले रुके हुए करों को प्राप्त करने के लिए एक लंबी मुकदमे की प्रक्रिया से गुजरना पड़ता था जो बहुत खर्चीला होता है।
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यही हाल कर दाताओं का भी है, क्योंकि मुक़दमें की प्रक्रिया खर्चीले होने के साथ साथ कष्टदायक भी होती है। ऐसे में ये योजना दोनों की समस्या को खत्म कर एक दूसरे में विश्वास भी पैदा कर रही है। जो भविष्य में इस तरह के समस्याओं को होने से रोक सकता है।
आखिर में विवाद से विश्वास योजना से जुड़े हुए कुछ सवाल
विवाद से विश्वास योजना की अंतिम तारीख क्या है ?
इस योजना की आखिरी तारीख 31 मार्च 2021 है।
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कर विवाद से जुड़े मामलों में फैसला आने के बाद भी इस योजना में आवेदन कर सकते है क्या?
नहीं, ये योजना के दिशानिर्देशों में साफ साफ लिखा है.
आयकर विभाग से प्रमाणपत्र मिलने के कितने दिन बाद भुगतान करना जरूरी है ?
प्रमाण पत्र मिलने के 15 दिनों के अंदर अंदर भुगतान करना आवश्यक है.
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