दोस्तों ये बात सभी लोग जानते है की भारत गांवो का देश है। इसलिए यहाँ की अधिकांश जनसंख्या ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करती है, लेकिन गांवो में रोज़गार की समस्या आज भी बनी हुई है। जिसके चलते ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले अधिकांश लोग शहरों की और पलायन करने में लगे हुए है।
लोगो के पलायन को रोकने के लिए केंद्र सरकार बड़ा कदम उठाया है। इसके लिए सरकार लोगो को ग्रामीण क्षेत्रों में ही रोज़गार देने की योजना बना रही है। लोगो को पलायन करने से रोकने के लिए सरकार ने मनेरगा योजना की शुरुआत की है। आज हम आपको इस लेख इसी योजना के बारे मे सम्पूर्ण जानकारी देने है कि ताकि आपको भी इस योजना के बारे मे पूरी जानकारी पता चल सके।
इस लेख मे हम आपको बताने वाले है कि मनरेगा योजना क्या है ? Manrega Rojgar Yojna Kya Hai और इस योजना का लाभ आपको कैसे मिलेगा।
Manrega Rojgar Yojana 2024
मनरेगा योजना Manrega Rojgar की शुरुआत सबसे पहले 2 फरवरी 2006 को आंध्र प्रदेश के बांदावाली जिले के अनंतपुर गाँव में हुई थी। इस योजना को सबसे पहले देश के 200 जिलों में लागू किया गया था। लेकिन वर्ष 2008 से इस योजना को पूरे भारत में लागू कर दिया गया।
मनरेगा का पूरा नाम महात्मा गाँधी राष्ट्रीय रोज़गार गारंटी योजना है, वहीं, इससे पहले इस योजना को राष्ट्रीय रोज़गार गारंटी योजना (एनआरईजीए) नरेगा के नाम से जाना जाता था और अब इस योजना को मनरेगा योजना के नाम से जाना जाता है।
मनरेगा योजना Manrega Rojgar की शुरुआत भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह जी के द्वारा 2 अक्टूबर 2005 में की गई थी जिसका नाम बदलकर 2OOO में मनरेगा कर दिया गया इस योजना को राष्ट्रीय ग्रामीण रोज़गार गारंटी अधिनियम के द्वारा शुरू किया गया था ! इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगो को रोज़गार प्रदान कराना है।
मनरेगा योजना के अंतर्गत आने वाले कुछ प्रमुख कार्य
मनरेगा योजना Manrega Rojgar के अंतर्गत विभिन्न कार्य कराके जाते है, जिसमे से कुछ प्रमुख कार्य इस प्रकार से है।
- विभिन्न तरह के आवास निर्माण
- लघु सिंचाई
- बाग़वानी
- बाढ़ नियंत्रण
- भूमि विकास
- जल संरक्षण
- सूखे की रोकथाम के अंतर्गत वृक्षारोपण
इसे भी पढे :- प्रधानमंत्री सुकन्या समृद्धि योजना
मनरेगा योजना से होने वाले लाभ
- मनरेगा योजना के अंतर्गत शामिल होने वाले ग्रामीण लोगों को उनके क्षेत्रों में ही रोज़गार प्रदान किया जाएगा। इस योजना को आगे तक लेकर जाने के लिए केंद्र सरकार ने इसके अंतर्गत 100 कार्य दिवस के रोज़गार की गारंटी दी है।
- इस योजना का ज्यादा से ज्यादा लाभ लोगो तक पहुंचाने के लिए छत्तीसगढ़ राज्य में 100 कार्य दिवस को बढ़ा कर 150 कार्य दिवस की रोज़गार गारंटी कर दी है, क्योंकि 50 कार्य दिवस के व्यय का वहन राज्य सरकार के द्वारा किया गया है।
- इस योजना के अंतर्गत किये गए कार्य की मजदूरी का भुगतान बैंक, डाकघर के बचत खातों के माध्यम से किया जाता है, इसके साथ ही आवश्यकता अनुसार आप नकद भुगतान की व्यवस्था विशेष अनुमति लेकर भी कर सकते है।
- इस योजना के अंतर्गत आप परिवार के वयस्क सदस्य के द्वारा आवेदन कर सकते है। आवेदन करने के 15 दिन के अंदर आपको रोज़गार प्रदान किया जाएगा। परन्तु यदि किसी वजह से आपको 15 दिन के अंदर रोज़गार नहीं मिल पाता है, तो सरकार के द्वारा उसे रोज़गार मिलने तक बेरोज़गारी भत्ता भी दिया जाएगा। इस बेरोज़गारी भत्ते में पहले 30 दिन का एक चौथाई प्रदान किया जाता है और फिर 30 दिन के बाद यह न्यूनतम मजदूरी दर का पचास प्रतिशत प्राप्त प्रदान करता है।
इसे भी जरूर पढे :आप घर के लिए home लोन ( होम लोन ) के लिए यहाँ जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
मनरेगा योजना के तहत कितनी मजदूरी मिलती है ?
भारत के विभिन्न राज्यों में मनरेगा में इस प्रकार मजदूरी प्रदान की जाती है।
राज्य | मजदूरी (रुपए प्रतिदिन) | राज्य | मजदूरी (रुपए प्रतिदिन) |
उत्तर प्रदेश | 175 | मेघालय | 181 |
उत्तराखंड | 175 | मिजोरम | 194 |
पश्चिमी बंगाल | 191 | नागालैंड | 177 |
आंध्र प्रदेश | 205 | ओडिशा | 182 |
राजस्थान | 192 | पंजाब | 240 |
सिक्किम | 177 | गोवा | 254 |
मध्य प्रदेश | 174 | गुजरात | 194 |
तमिलनाडु | 224 | हरियाणा | 281 |
तेलंगाना | 205 | हिमाचल प्रदेश | 184 (गैर अनुसूचित क्षेत्र) |
त्रिपुरा | 177 | जम्मू कश्मीर | 186 |
अरुणाचल प्रदेश | 177 | दमन और दीव | 197 |
असम | 189 | लक्ष्य द्वीप | 248 |
बिहार | 168 | पंडूचेरी | 224 |
छत्तीसगढ़ | 174 | अंडमान और निकोबार | 250 (अंडमान जिला) |
झारखंड | 168 | अंडमान और निकोबार | 264 (निकोबार जिला) |
कर्नाटक | 249 | चंडीगढ़ | 273 |
केरल | 271 | दादर और नागर हवेली | 220 |
महाराष्ट्र | 203 | ||
मणिपुर | 209 |
इसे भी जरूर पढे : आज जानते है की हम कैसे गरीब परिवार उज्ज्वला योजना का लाभ ले सकते हैं ?
मनरेगा योजना की कुछ मुख्य उपलब्धियाँ
- वर्ष 2005 में इसकी शुरुआत होने के बाद से, मनरेगा योजना के द्वारा 100 दिनों के लिए Guaranteed Employment प्रदान करके भारत में गरीबी से जूझ लोगों की मदद की है।
- मनरेगा योजना अब तक की दुनिया की सबसे बड़ी सामाजिक कल्याण योजना है ! जिसमें पहले 10 वर्षों में 3.14 लाख करोड़ रुपये खर्च किए गए थे।
- मनरेगा योजना ने भारत में गरीबी के स्तर को काफी मात्रा में कम कर दिया है। इसलिए, इसे विश्व विकास रिपोर्ट द्वारा ग्रामीण विकास की अद्भुत योजना कही जाती है |
- इस योजना के द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली बहुत सी महिलाओं को आजीविका कमाने के साथ-साथ सामाजिक सुरक्षा हासिल करने में काफी मदद मिली है।
- मनरेगा योजना के द्वारा 18-30 की आयु वाले बेरोज़गारी युवाओं को वर्ष में 100 दिन रोज़गार मिला।
- मनरेगा योजना ने डिमोनेटाइजेशन और GST (गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स) से प्रभावित लोगों को रोज़गार देने में मदद की।
- इस योजना में लोगो को स्वच्छ पेयजल जैसी जरूरी सुविधाएँ और सभी श्रमिकों को प्राथमिक चिकित्सा प्रदान की जाती है। ताकि कार्य करने के लिए वे हमेशा स्वस्थ रहे।
- इस योजना के द्वारा अनुसूचित जातियों (SC) और अनुसूचित जनजातियों (ST) वर्ग के लोगो के उत्थान में काफी मदद की है।
सरकार द्वारा लड़कियों के लिए शुरू की गई योजना “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ ” के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त करे
मनरेगा योजना का उद्देश्य
- इस योजना का मुख्य उद्देश्य भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले सबसे कमजोर वर्ग के लोगों के लिए guaranteeing wage employment opportunities प्रदान करना है।
- मनरेगा योजना का उद्देश्य टिकाऊ संपत्ति के निर्माण के लिए अग्रणी कार्यों में मजदूरी रोज़गार के अफसरों की उत्पत्ति के माध्यम से ग्रामीण ग़रीबों की आजीविका सुरक्षा को बढ़ाना है।
- मनरेगा का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों के प्राकृतिक संसाधन आधार को मजबूत बनाना करना है।
- इस योजना का उद्देश्य एक टिकाऊ और उत्पादक ग्रामीण संपत्ति का आधार तैयार करना है।
- इस योजना का मुख्य उद्देश्य पंचायत राज संस्थाओं को मजबूत करके ज़मीनी स्तर पर लोकतंत्र को मजबूत करना है।
इसे भी पढे : – गरीब कल्याण रोजगार अभियान क्या है ?
मनरेगा योजना के द्वारा रोज़गार पाने वाले पात्र
- इस योजना का लाभ पाने के लिए भारत की नागरिक होना जरूरी है।
- इस योजना के द्वारा रोज़गार पाने के लिए मज़दूरों की उम्र कम से कम 18 साल होनी चाहिए।
- इस योजना में स्थानीय मज़दूरों को ही काम दिया जाएगा । इसके लिए मज़दूरों को अपना एडरेस प्रूफ देना होगा ।
- मनरेगा योजना के तहत रोज़गार पाने के लिए मजबूर के बारे में ग्राम पंचायत को जानकारी होनी चाहिए।
- मनरेगा योजना के तहत रोज़गार पाने के लिए बैंक खाता होना जरूरी है। क्योंकि इस योजना के तहत मिलने वाली मजदूरी की रकम अब सीधे बैंक खातों में ही ट्रांसफर की जा रही है।
- मनरेगा योजना का फायदा उन्हीं मज़दूरों को मिलेगा, जो गरीबी रेखा से नीचे अपना जीवन यापन कर रहे हैं ! इसके लिए उनके पास बीपीएम कार्ड होना आवश्यक है।
इसे भी जरूर पढे : आदर्श ग्राम योजना के बारे में जांनने के लिए यंहा पर क्लिक करे
मनरेगा योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया
- इस योजना का लाभ प्राप्त करने आवेदन की प्रक्रिया बहुत ही आसान है।
- इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आपको ग्राम पंचायत से फार्म हासिल करना होगा।
- सरकार की ऑफीशियल वेबसाइट पर विजिट करके भी आप फार्म को डाउनलोड कर सकते है।
- फार्म डाउनलोड करने के बाद उस पर जरूरी जानकारी दर्ज करें। फार्म पर अपना नाम, उम्र, गांव, ग्राम पंचायत और ब्लॉक का नाम लिखना होगा।
- फार्म पर परिवार के मुखिया की फोटो लगाना भी जरूरी है और मुखिया के हस्ताक्षर भी जरूरी है।
- इसके बाद सभी दस्तावेज़ों को फार्म के साथ अटैच करें।
- आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, बीपीएल कार्ड, निवास प्रमाण पत्र आदि दस्तावेज़ों को फार्म के साथ अटैच किया जा सकता है।
- सभी कागज़ प्रक्रिया पूरी करने के बाद इस फार्म को अपने नज़दीकी ग्राम पंचायत में जमा कर दे।
निष्कर्ष
दोस्तों इस लेख मे हमने आपको देश के गरीब मजदूरों के लिए शुरू की गई योजना के बारे मे बताया है कि किस प्रकार से देश के गरीब मजदूरों को इस योजना का लाभ मिलेगा अगर आपको हमारे द्वारा दी गई ये जानकारी पसंद आई है तो आप अपनी राय जरूर कमेन्ट मे बताए है और इस जानकारी को दूसरे लोगों के साथ भी शेयर करे ताकि उन्हे भी इस योजना का लाभ मिल सके | धन्यवाद