भारत सरकार की और से देश के छोटे किसानों से लेकर बड़े किसानों और भूमिहीन मजदूरों को बढ़ावा देने देने के लिए अलग अलग प्रकार की योजनाए चलाई जा रही है। हरियाणा सरकार ने भी अब अपने राज्य के छोटे और भूमिहीन किसानो के लिए एक नई योजना की शुरुआत की है।
जिसके माध्यम से राज्य के पेड़ पौधों को बचाने वाले लोगों को पेशन प्रदान की जायेगी। इससे पर्यावरण का स्तर बेहतर होगा। इस लेख मे हम आपको इसी योजना के बारे मे बताने वाले है इसलिए इस लेख को पूरा पढे। इस लेख मे हम आपको बताने वाले है कि प्राण वायु देवता योजना क्या है। पेड़ पौधों की रक्षा करने वाले लोगों को इस योजना का लाभ किस प्रकार मिलेगा।
योजना का विवरण
योजना का नाम | प्राण वायु देवता पेंशन योजना |
योजना शुरू करने वाला राज्य | हरियाणा |
योजना के लाभार्थी | राज्य के सभी नागरिक |
योजना का उद्देश्य | पुराने पेड़ों का संरक्षण करना |
Pran Vayu Devta Yojana 2024
प्राण वायु देवता पेंशन योजना की शुरुआत हरियाणा सरकार के वर्तमान मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने 5 जून 2021 मे की थी। इस योजना के तहत राज्य के 75 वर्ष की आयु से ऊपर के उन सभी लोगों को पेंशन मिलेगी जो पेड़ पौधों को बचाने मे अपनी मेहनत कर रहे है।
ऐसे लोगों को सरकार की तरफ से प्रति वर्ष 2500 रुपये की आर्थिक मदद की जायेगी। इस योजना को बेहतर बनाने के लिए हरियाणा सरकार की और से तकरीबन 2228929 पेड़ पौधे लगाए जायेगे जबकि अभी तक 919320 पेड़ पौधे लगाए जा चुके है।
हरियाणा के इन गावों मे मिले बेहद पुराने पेड़
गांव मीरपुर में 80 साल का पीपल | नारायणगढ़ 80 साल का पीपल |
राेलाहेड़ी में बरगद | अहमदपुर में बरगद व पीपल |
अलीपुर में बरगद, | अधाेया में बरगद |
हेमामाजरा में बरगद | पाेंटी में पीपल, खान |
सीरसगढ़ में पिलखन | कंबास में बरगद |
गांव जनसुआ, साैंटी में पीपल, | जहांगीरपुर में पीपल |
गाेकलगढ़ में पीपल | गांव जनसुई में नीम, |
तलहेड़ी गुजरां में 2 पीपल | नहाैनी में दाे बरगद |
घेल कलां में बार व पीपल | थंबड़ में 2 पीपल |
उगाला में दाे पीपल व 1 बरगद | धीन में बरगद व पीपल |
उगाला में एक पीपल व दाे बरगद | गंगपुर में बरगद |
घेलड़ी में बरगद, पीपल | बुड़िया में गुलेर |
सरकपुर में बरगद, पीपल | बराड़ा में पीपल |
बिहटा में एक बरगद व दाे पीपल | हाेली में पीपल |
अधाेई में बरगद, पीपल | खानपुर में बरगद |
हरड़ा में बरगद व पीपल |
इन सभी पेड़ों की आयु 80 से 90 वर्ष के बीच मे हो चुकी है इनकी सेवा करने लोग पेंशन लेने के हकदार माने जायेगे।
इसे भी जरूर पढे :- किसान क्रेडिट कार्ड योजना क्या है |
योजना का फायदे
- प्राण वायु देवता पेंशन योजना के शुरू होने से राज्य की हवा मे काफी सुधार आएगी।
- इस योजना के शुरू होने से राज्य मे पेड़ पौधों की संख्या काफी बढ़ जायेगी। जिसके कारण राज्य मे ऑक्सीजन का लेवल आने वाले वर्षों मे कम नहीं होगा।
- राज्य मे ऑक्सीजन सही होने से इसका लाभ हरियाणा के पड़ोसी राज्यों को भी मिलेगा।
- इस योजना को बेहतर बनाने के लिए हरियाणा सरकार राज्य के शहरों मे पाँच एकड़ से लेकड़ सो एकड़ तक की जगह पर ऑक्सी फॉरेस्ट लगाएगी।
- प्राण वायु देवता पेंशन योजना के शुरू होने से राज्य के 75 वर्ष से अधिक आयु के उन सभी बुजुर्गों को आर्थिक मदद मिलेगी जो पेड़ पौधों को बचाने के लिए मेहनत कर रहे है।
- राज्य मे जो लोग कुछ पैसों के लिए पेड़ पौधों को काटने के लिए बेच देते है ऐसे मे इस योजना के शुरू होने से पेड़ों की कटाई मे कमी आएगी।
#PT_Card
— sanskritiias (@sanskritiias) June 8, 2021
प्राण वायु देवता पेंशन योजना (Pran Vayu Devta Pension Scheme)
8 June 2021https://t.co/YUEX3jOXpM#IAS #UPSC #CivilServices #Prelims #SanskritiIAS #CurrentAffairs pic.twitter.com/tnAeTSRufs
प्राण वायु देवता स्कीम का उद्देश्य
इस योजना के शुरू होने से हरियाणा के पुराने और भूमिहीन किसानों को आर्थिक मदद तो मिलेगी ही इसके अलावा राज्य के पेड़ों की कटाई पर भी काफी कमी आएगी। जिसके कारण राज्य मे पर्यावरण सुधरेगी हवा की क्वालिटी पहले से काफी बेहतर होगी। योजना शुरू होने के बाद अंबाला वन संरक्षण के पास अभी तक 1000 से अधिक पेड़ों को बचाने वाले लोगों के आवेदन आ चुके है।
आवेदन करने की पात्रता और जरूरी दस्तावेज
- pran vayu devta yojana का लाभ लेने के लिए आवेदक हरियाणा का स्थायी निवासी होना चाहिए।
- आवेदन करने के लिए लाभार्थी की आयु 75 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
- इस योजना का लाभ राज्य के किसी भी वर्ग के लोग ले सकते है।
- आवेदक का आधार कार्ड या पहचान पत्र
- आवेदक का राशन कार्ड और निवास प्रमाण पत्र
- आवेदक का बैंक खाता बुक और मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फ़ोटो
इसे भी जरूर पढे :- छोटे व्यापारियों को उधोग का बिजनेस कवर देने के लिए हरियाणा सरकार ने शुरू की योजना
अप्लाई कैसे करें?
अगर आप इस योजना के लाभार्थी है तो आपको इसका लाभ लेने के लिए अपने जरूरी दस्तावेजों के साथ जिले के वन विभाग ऑफिस जाकर आवेदन करना होगा।