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हमारे देश मे अभी भी शिक्षा का अभाव है। आज भी देश के ऐसी बहुत से क्षेत्र है जहा पर शिक्षा प्राप्त करने के संस्थान उपलब्ध है। जिसके कारण देश के लगबग़ 30 से 35 फीसदी बच्चे आज भी शिक्षा नहीं ले पाते है।

देश मे शिक्षा के स्तर को को बढ़ाने के लिए केंद्र और राज्य सरकारे अपने अपने स्तर पर अलग अलग योजनाओ को शुरू करती रहती है। ताकि देश के ज्यादा से ज्यादा बच्चे शिक्षा प्राप्त करके अपने राज्य और देश की तरक्की मे योगदान दे सके। ऐसी ही शिक्षा से जुड़ी एक नई योजना की शुरुआत दिल्ली सरकार ने शुरू की है जिसका नाम है देश के मेंटोर योजना Desh ke Mentor Yojana

इस लेख मे हम आपको इसी योजना के बारे मे विस्तार से जानकारी देने वाले है। देश के मेंटोर योजना क्या है। दिल्ली के बच्चों को इस योजना का लाभ किस प्रकार मिलेगा। 

योजना का विवरण 

योजना का नामदेश के मेंटोर योजना
किसने आरंभ की दिल्ली सरकार
लाभार्थी सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे
उद्देश्य बच्चों को मार्गदर्शन प्रदान करना।
योजना वर्ष 2021

Desh ke Mentor Yojana 2024

दिल्ली के वर्तमान मुखमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने की शुरुआत एक प्रेस कन्फरेंस के माध्यम से की है जिसका उदेश्य देश की बड़ी बड़ी हस्तियों से सरकारी स्कूलों मे पढ़ने वाले बच्चों का मेंटर बनने का अपील करना है। ताकि बच्चों आगे बढ़ने के लिए मोतिवेशन मिल। 

दिल्ली सरकार ने इस योजना का ब्रांड एंबेसडर कोरोना काल मे सभी लोगों के हीरो बने , जरूरतमंदों की सहायता करने वाले सोनू सूद को बनाया है। सोनू सूद ने कोरोना काल मे वो काम कर दिखाया। 

 जो काल आज तक भी किसी राज्य की सरकारे नहीं कर पाई है उनका वो मदद करने का काम आज भी जारी है यही वजह है कि सोनू सूद देश के लोगों के लिए एक रोल मॉडल बन चुके है और लोग भी उन्हे पसंद कर रहे है। उनके घर पर जो कोई भी किसी भी प्रकार की मदद मांगने आता है वो उनकी पूरी मदद करते है। 

देश के अंदर एजुकेशन के मामले मे दिल्ली राज्य का नाम सबसे पहले नंबर पर है कोई भी देश तभी तरक्की पर सकता है। जब देश मे एजुकेशन का सत्र बढ़ेगा। 

योजना को लेकर सोनू सूद ने क्या कहा 

दिल्ली सरकार ने इस योजना को बढ़ावा देने के लिए सोनू सूद को योजना को ब्रांड चुना है इस मौके पर उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने उन्हे एक अच्छी योजना के साथ जुड़कर काम करने के मौका दिया है। 

ऐसे मे यह एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म है जिसके माध्यम से कोई भी विधार्थी स्कूल या कॉलेज मे दो से दस विधारथियों का मेंटर बनकर खुद का और दूसरे विधारथियों को गाइड कर सकते है। दूसरों से शिकायत करना आसान है, काम करना मुश्किल, 

सोनू सूद कहते है। ज्यादा से ज्यादा विधार्थी इस योजना का हिस्सा बनो। इससे बड़ी देशभक्ति की कोई फिलिंग नहीं होगी, हम साथ मिलकर यह कर सकते हैं।

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इस योजना को लेकर सोनू सूद ने दिल्ली  के वर्तमान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से तकरीबन डेढ़ घंटे चर्चा की। 

उनका कहना यह भी था कि लोग उन्हे बार बार पॉलटिक्स मे आने ले इए भी कहते है लेकिन जिसकी जैसी  सोच है उसे ऐसी ही दिशा मिल सकती है। उन्होंंने बताया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ पॉलिटिक्स को लेकर किसी प्रकार की कोई चर्चा नहीं हुई। 

सरकारी स्कूलों  में पढ़ने वाले ज्यादातर बच्चे गरीब घर से आते है जिनकी रुचि अलग अलग क्षेत्रों मे होती है जिसके कारण उन्हे कोई गाइड करने वाला नहीं होता है। कि वे अपने पसंद के क्षेत्र मे आगे कैसे बढ़े इसलिए इस  काम के लिए आगे आए और बच्चों के मेंटर बने। 

‘देश के मेंटोर’ प्रोग्राम क्या है ? Desh ke Mentor Program

देश के मेंटोर योजना की शुरुआत दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने की थी। जिसका उदेश्य दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को गाइड करने के लिए मेंटोर बनाने की शुरुआत की है। ताकि सरकारी स्कूल मे पढ़ने वाले गरीब बच्चों को भविष्य के गाइड किया जा सके। इस योजना को सफल बनाने के लिए राज्य के सभी शिक्षित नागरिकों को जुडने के लिए भी कहा गया है। 

इस योजना  के माध्यम से स्कूल मे पढ़ने वाले बच्चों को मार्गदर्शन करने वाले शिक्षित लोग बच्चों के साथ फोन से भी संपर्क कर सकते है। यदि वे  बच्चों से ज्यादा दूरी पर नहीं हैतो उनसे मिल सकते है। 

इस प्रकार की योजना अभी तक पूरे देश मे नहीं है। ऐसे मे पढ़ने वाले ज्यादातर विधारथियों को गाइड करने वाले लोगों की काफी कमी है। यही कारण है कि बच्चे रास्ते से भटक जाते है। 

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देश के मेंटोर योजना की विशेषताएं

  • इस योजना का सबसे ज्यादा फायदा गरीब घरों के बच्चों को होगा जिनके माता पिता शिक्षित नहीं होते है। ऐसे मे यह योजना इन बच्चों को भविष्य के लिए गाइड करेगी। 
  • इस योजना को सफल बनाने के लिए दिल्ली सरकार देश के शिक्षको से अपील कर रही है कि वे सरकारी स्कूल मे पढ़ने वाले कम से कम दो से दस बच्चों की जिम्मेदारी लेकर उन्हे आगे बढ़ने के लिए गाइड करे। 
  • योजन के तहत बच्चों को गाइड करने वाले मेंटोर फोन के माध्यम से भी बच्चों से जुड़ सकते है। 

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